राजनीति / 2023-11-28 14:44:43

नीतीश कुमार के तंज पर लालू के दोस्त शिवानंद तिवारी भड़के, पलायन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री को दी नसीहत । (अफजल इमाम ’’मुन्ना’’)

पटना....राजधानी पटना में जद(यू.) की ओर से आयोजित भीम संसद यानी अति पिछड़ों का सम्मेलन बहुत सफल रहा। आयोजक इसके लिए बधाई के पात्र हैं। नीतीश जी सम्मेलन की सफलता से अभिभूत थे। भीड़ देख गदगद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झोंक में कह दिया कि 2005 के पहले दलितों के उत्थान पर कोई ध्यान नहीं देता था।इसको लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के दोस्त व राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी की नाराजगी सामने आई है। उन्होंने कहा कि नीतीश जी हमारे पुराने साथी हैं। आजकल झोंक में ऐसा भी बोल जाते हैं जिसकी उम्मीद उनके जैसे व्यक्ति से नहीं की जाती है। मेरे जैसे उनके पुराने सहयोगी को उनमें आये इस परिवर्तन को लेकर कभी-कभी चिंता भी होती है। नीतीश जी यह क्यों भूल जाते हैं कि इसी बिहार में कर्पूरी ठाकुर जैसे नेता को खुले आम कैसी कैसी गलियां दी गई थीं। उस दृश्य को याद कर शर्म से सिर झुक जाता है। बहुत हद तक वैसे दबे हुए समाज में लालू प्रसाद मुख्यमंत्री बने थे। वह समय था जब जाति से बड़े लोगों के सामने, दलितों को कौन कहे, अधिकांश पिछड़ों को खटिया या कुर्सी पर बैठे रहने को उदंडता माना जाता था। जहां-तहां इस अपराध की सजा तक मिलती थी। बिहार के वैसे सामंती समाज में लालू प्रसाद की सरकार बनी थी। ऐसे समाज को बदलने की शुरुआत लालू जी ने दलितों को ही लक्ष्य बना कर शुरू किया था। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी ने कहा कि हर नेता को यही लगता है कि जब वह सत्ता में आया तब सब काम हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज कल आये दिन लालू-राबड़ी शासन काल पर सवाल उठाते रहते हैं। 1990 में जब लालू प्रसाद मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने समाज को बदलने का काम किया। 1990 से पूर्व पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, सवर्ण जाति के लोगों को सलाम करता था। चुनाव में वोट डालने नहीं जाता था। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री बनने के बाद दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा को ताकत मिली। उनका उत्थान हुआ। लालू प्रसाद ने पटना में दलित भवन बनवाया। डोम टोली पटना में बसाया। तब उस समय सवर्ण जातियों ने इसका विरोध किया था। लालू प्रसाद ने काफी काम किया था इसलिए नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने। नीतीश को और आगे बढ़ने का मौका मिला। नीतीश को बिहार में रोजगार पर ध्यान देना चाहिये। बिहार मजदूरों का सप्लायर हो गया है। बिहार से हर राज्य में मजदूर काम करने जाते हैं। नौकरी को लेकर जो पलायन हो रही है। इसको रोकने की जरूरत है। शिवानंद तिवारी ने कहा कि 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार एनडीए में रहकर लड़े थे। महागठबंधन तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में लड़ा था। तेजस्वी ने कहा था कि हम सरकार में आए तो 10 लाख रोजगार देंगे।

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