उपेक्षा / 2024-06-29 22:17:02

नाम बड़े और दर्शन छोटे, ग्रामीण सहमें,हाकिम से बढ़ी जांच की उम्मीद। (सुजीत कुमार)

कुशेश्वरस्थान(दरभंगा)......बड़गांव पंचायत के बुचौली वार्ड संख्या 07 में आंगनवाड़ी केन्द्र बना पूरी तरह आत्मनिर्भर! यह केन्द्र इतना आत्मनिर्भर है कि यहां के बच्चे आंगनवाड़ी केन्द्र पर आते तो हैं लेकिन खुद ही पढ़कर वापस घर को लौट जाते हैं। ये सिलसिला एक दिन का नही बल्कि प्रत्येक दिन ऐसा ही चलता है। यहां सिर्फ सहायका आती है और मिड डे मिल बना बच्चों को खिलाकर वापस चली जाती है पर सेविका कभी आती ही नही है। स्थानीय ग्रामीणों की माने तो सेविका पूरे महीने में सिर्फ एक बार ही केन्द्र पर आती है उसके बाद कभी दिखती नही। यहां के बदहाली का आलम यह है कि इस केन्द्र में पढ़ रहे बच्चे की तो छोड़िए गांव के अन्य लोगों को भी नही मालूम है कि यहां के सेविका का नाम क्या है और इस आंगनवाड़ी का केन्द्र संख्या क्या है। यहां के लोग सिर्फ इतना जानते हैं कि बगल के गांव के गोपालपुर निवासी शिव सागर यादव की पत्नी यहां की सेविका है। स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि शायद यह भारत का एकमात्र ऐसा आंगनवाड़ी केन्द्र है जो पूरी तरह आत्मनिर्भर बना हुआ है। यहां आंगनवाड़ी केन्द्र का वोर्ड तक नही लगा हुआ है, जब इसकी शिकायत संबंधित पदाधिकारी को करते हैं तो यहां की सीडीपीओ भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं करती है । इस संबंध में जब सीडीपीओ शारदा सहनी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में आया है। जांच कर विधिवत कार्यवाई की जायेगी।

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